Sunday, July 17, 2016

बच्चों को पढ़ाना अब बच्चों का खेल नहीं


Image Courtesy: http://www.freedigitalphotos.net/

क्या आप ने अपने बच्चे का एडमिशन हाल ही में प्ले स्कूल में कराया है ?
क्या आप ने अपने बच्चे को IIT या PMT या और किसी कॉम्पटीटिव एग्जामिनेशन के लिए हाल ही में कोचिंग क्लास शुरू कराइ है?
क्या आप ने अपने बच्चे का एडमिशन लॉ, इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट या अन्य किसी कोर्स में कराया है ?

अगर इनमे से किसी भी परिस्थिति से हाल ही में गुजरे होंगे तो आपको अपने देश में शिक्षा में आई महंगाई का अंदाजा हो गया होगा. अगर आपने प्ले स्कूल में एडमिशन कराया होगा तो यह जरुर सोच रहे होंगे की जब अभी ये हाल है तो आगे क्या होगा. 

आज कल यंग पेरेंट्स अक्सर बात-चीत में यह बात बोलते हैं की जितना खर्चा हमारे पेरेंट्स ने हमारी पूरी पढाई पर किया है उस से ज्यादा खर्च हमें अपने बच्चों की प्राथमिक या प्राइमरी एजुकेशन पर ही करना पड़ रहा है. यह कडवी सच्चाई है और इसके दोषी हम आप नहीं है. लेकिन इस सच्चाई के साथ हमे जीना पड़ेगा और उसका समाना करना पड़ेगा. बच्चों की शिक्षा ऐसी चीज है जिस से कोई माँ-बाप नजर अंदाज नहीं कर सकते, खास कर तब जब इतनी ज्यादा प्रतिस्पर्धा पढाई से लेकर खेल, कला हर जगह हो .

सरकारी आंकड़ों के हिसाब से महंगाई भले 5% की दर से बढ़ रही हो लेकिन शिक्षा में महंगाई की रफ़्तार 12% से ज्यादा है. और इस लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि आप बच्चों की शिक्षा  में होने वाले खर्चों को लेकर थोड़े गंभीर हो जायें और उसके लिए आज से ही प्लान करें अन्यथा कहीं ऐसा ना हो कि आज जब आप का बच्चा प्राइमरी एजुकेशन ले रहा है तब तो आप किसी तरह से उनके खर्चे उठा ले रहे हैं लेकिन जब उनके भविष्य बनाने की बारी आई और उनको मेडिकल, इंजीनियरिंग, फैशन, मैनेजमेंट, लॉ जैसे अन्य उच्च शिक्षा के लिए फीस और अन्य खर्चों चुकाने हुए तो आपके पास पैसे ही ना हों और आपके बच्चे को और आप को उन परिस्थितयों से समझौता करना पड़े. इसलिए जरुरत है आज के खर्चे के साथ हम भविष्य में आने वाले बड़े खर्चों के लिए भी प्लान करें.


सोर्स: economictimes.com

ऊपर दिए हुए चार्ट के अनुसार अगर  आज  MBA की फीस 16 लाख रुपये है तो अगले 15-16 साल में यह बढ़ कर 85-90 लाख रुपये हो जायेगी, इसी तरह से मेडिकल की  पढाई में अगर खर्च 12 लाख रुपये हो रहे हैं तो वो 12 लाख से बढ़ कर 65-70 लाख रुपये हो जायेंगे. जब की सच्चाई हम सभी जानते हैं कि आज के समय में कम फीस वाले सरकारी संस्थानो में सीट्स कितनी है और पेरेंट्स को क्या-क्या करना पड जाता है जब उनके बच्चों की भविष्य की बात आती है.

अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए आज आप को कुछ पढ़ना पड़ेगा. और अगर आज आप ने यह ब्लॉग पढ़ कर अपने बच्चों की शिक्षा के लिए फाइनेंसियल प्लानिंग शुरू कर दी तो इस से अच्छी बात कुछ भी नहीं हो सकती.

कैसे करें तैयारी

सबसे पहले यह पता करें की आज के समय मेडिकल, इंजीनियरिंग या अन्य उच्च शिक्षा माध्यमो की फीस कितनी है. आज आईआईएम से PGDBM करने की फीस लगभग 15-20 लाख रुपये है. KGMC, लखनऊ से MBBS करने की फीस लगभग 8.25 लाख रुपये सालाना है, वहीँ किसी प्राइवेट संस्था से MBBS करने के लिए आपको १ करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे.

इस प्रक्रिया से आपको मोटा मोटा अंदाजा लग जायेगा कि अगर आज आप का बच्चा इनमे से कोई कोर्स करता तो उसके लिए आपके पास आज कितने पैसे होने चाहिए .

एक बार आज के खर्चे का अनुमान लग गया तो आपको यह जानना है की आपके ऊपर यह खर्च किस समय आएगा. अगर आपका बच्चा 5 साल का है तो मान के चलिए कि उसके हायर एजुकेशन के लिए अभी 13 से 14 साल हैं. इस तरह से आप को पता चल जायेगा की आपके पास समय कितने हैं. 

अब आपको दो बाते पता हैं , पहली आज के समय उस कोर्स पर कितना खर्च आ रहा हैं और दूसरा आपको कितने समय बाद इनके लिए पैसों की जरुरत होगी.

अब तीसरा चरण में आप को यह अनुमान लगाना है  की भविष्य में उस कोर्स पर कितना खर्च पड़ेगा क्यूंकि महंगाई के साथ फीस और अन्य खर्चे भी बढ़ जायेंगे. इसके लिए आप कम से कम 10% की महंगाई दर से अनुमान लगाइए और  गणना कीजिये कि भविष्य में कितने पैसे आपको चाहिए होंगे. इस तरह से आप को यह पता चल जायेगा की आपको भविष्य में कितने पैसे इकठ्ठा करने होंगे.

अब आखिरी चरण में आपको योजना बनानी है उस अनुमानित राशि को उस समय तक इकठ्ठा करने की .

आपको नीचे दिए गए उदाहरण से और आसानी से समझ सकते हैं.

कैसे बनाये चाइल्ड एजुकेशन फण्ड 


विजय और जया जो यंग पेरेंट्स हैं उनकी बेटी (शुभा) अभी 4 साल की है और उनका सपना है की उनकी बेटी MBBS करे. इस साल उन्होंने अपनी बेटी का एडमिशन प्ले स्कूल में कराया है. अभी शुभा की पढाई में होने वाले खर्चे को देख कर उनको इस बात की फ़िक्र होने लगी की क्या वो अपनी बेटी को डॉक्टर बना पाएंगे, क्या वो MBBS का खर्च उठा पाएंगे ??
MBBS के लिए वर्तमान खर्च लगभग 30 लाख रुपये
विजय और जया के पास अभी समय है लगभग 14-15 साल का
अब हम निकालते हैं अगर महंगाई 10% की रफ़्तार से बढेगी तो 15 साल बाद कितनी फीस होगी MBBS की

30,00,000 x (1+0.10)^15 = 1,25,31,745

लगभग 1.25 करोड़ रुपये चाहिए होंगे

1.25 करोड़ की फिगर मिडिल क्लास परिवार के लिए बड़ा है इसीलिए मैं अपनी बात एक बार फिर दोहराता हूँ कि बच्चों को पढ़ाना अब बच्चों का खेल नहीं है. अब अगर कोई इस बात को नजरंदाज करे और यह सोचे जब समय आएगा तो देखेंगे तो हो सकता है तो उसको अपने बच्चों की पढाई का खर्च उठाने में कहीं ज्यादा तकलीफ उठानी पड़े उसके मुकाबले जो आज से ही उसके लिए तयारी कर रहा है. 

 विजय और जया इसके लिए आज से ही तैयारी करना चाहते हैं जो एक समझदारी भरा निर्णय है. 

यह बात तो निश्चित है विजय और जया को सेविंग और इन्वेस्टमेंट्स ऐसी जगह करनी होगी जो 10% से ज्यादा रिटर्न या इंटरेस्ट दे सके, और इन्वेस्टमेंट के सभी विकल्पों को देखें तो केवल इक्विटी और रियल स्टेट को छोड़ कर कहीं भी 10% से ज्यादा रिटर्न नहीं बन सकते. 
इक्विटी से पैसा बनाने के लिए उसकी नॉलेज, अनुभव और समय होना चाहिए, वहीं रियल स्टेट में एक साथ ढेर सारा पैसा चाहिए और उसमे भी कई तरह के रिस्क हैं जैसे कोई लीगल प्रॉब्लम हो जाये, काउंटर पार्टी रिस्क हो सकती है , कोई कब्ज़ा कर ले या जहाँ जमीन ली है उसका रेट किसी कारण ने बढ़े.

विजय और जया ने समझदारी भरा निर्णय लिया, इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में SIP का रास्ता चुना. क्यूंकि उन्होंने पाया पिछले 15-20 वर्षों में इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड की SIP ने बहुत अच्छे रिटर्न दिए हैं, इनमे शेयर बाज़ार का रिस्क तो है लेकिन फण्ड मैनेजर की कार्य कुशलता और उनके अनुभवों के कारण वो रिस्क नहीं रह जाता जो किसी छोटे निवेशक को सीधे शेयर खरीदने बेचने में होती है और SIP की माध्यम से वो सेविंग और इन्वेस्टमेंट साथ साथ कर लेते हैं.
विजय और जया ने 19500 रुपये की SIP स्टार्ट की है जिस से अगले 15-16  वर्षों में वो शुभा की पढाई के लिए 1 से 1.25 करोड़ रुपये बचा सकें.

20,000 रुपये की SIP कैसे काम कर सकती है आपके लिए..

EXPECTED RETURN
NUMBER OF YEARS
10
15
20
25
11.00%
Rs 4339963
Rs 9093791
Rs 17312761
Rs 31522666
13.00%
Rs 4880738
Rs 10994518
Rs 22664847
Rs 44941830
15.00%
Rs 5504341
Rs 13370135
Rs 29944790
Rs 64870592

अब सवाल यह उठता है कि 20,000 रुपये कि महीने की सेविंग और इन्वेस्टमेंट बच्चे की पढाई के लिए एक मध्यम आय वाला परिवार कैसे कर सकता है.

इसका उत्तर दे पाना शायद एक ब्लॉग में कठिन होगा लेकिन यह बात तो तय है अगर आज 20,000 रुपये महीने की सेविंग कठिन है तो 15 साल बाद 1 या 1.25 करोड़ रुपये जैसी भारी भरकम रकम तो बहुत मुश्किल होगी.

तो समझदारी इसी में है जितनी जल्दी हो सके अपने बच्चों के साथ आप भी उनकी हायर एजुकेशन की तैयारी शुरू कर दीजिये, जिस से भविष्य में आपको अपने रिटायरमेंट फण्ड का उपयोग या एजुकेशन लोन का रास्ता ना अपनाना पड़े बच्चों की एजुकेशन फंडिंग के लिए. जैसा अक्सर उन लोगों को करना पड़ता है जो बच्चों को  पढाना बच्चों का खेल समझ लेते हैं.

यहाँ पर एक बात और स्पष्ट करना अत्यंत आवश्यक है कि आपको चाइल्ड एजुकेशन के नाम पर बेचीं जा रही ट्रेडिशनल और ULIP इंश्योरेंस पालिसी से दूर रहना चाहिए और अगर सही में आप गंभीर है अपने बच्चों के भविष्य के लिए तो किसी अच्छे इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लीजिये फाइनेंसियल प्लानिंग के लिए.

अगर आपको मेरे ब्लॉग अच्छे लगें तो कृपया अपने मित्रों, घर के सदस्यों  को फॉरवर्ड करें आपके सहयोग के लिए धन्यवाद.    

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