Tuesday, February 19, 2019

क्या आपके लिए भी जरुरी है लाइफ इंश्योरेंस ?



मान लीजिये 25-30 वर्ष की तपस्या के बाद आपको भगवान ने वरदान में एक असली रुपये छापने वाली मशीन दी है जिस से आप अपनी आवश्यकता भर के  रूपए प्रिंट कर सकते हैं. किन्तु उस मशीन को देते समय भगवान ने एक समस्या भी बताई है... वो यह की यह मशीन कभी भी खराब हो सकती है आज भी, कल भी, १ महीने या १ साल बाद भी या 30-40 साल बाद भी और एक बार ख़राब होने पर यह मशीन कभी ठीक नहीं हो सकती और जिस पल ये ख़राब हुई आप इस से पैसे प्रिंट नहीं कर पाएंगे. मशीन तो वाकई में बहुत कमाल की थी जब आपने इसे उपयोग करना शुरू किया लेकिन इसके ख़राब होने की चिंता भी मन हमेशा रहती है.


एक दिन एक एक व्यक्ति या संस्था आपको यह प्रस्ताव देती है कि इस मशीन के ख़राब होने पर वह उतना अमाउंट आपको प्रति माह देगी जितनी की इस मशीन के प्रति माह रुपये प्रिंट करने की क्षमता है और इस के बदले आपको एक छोटी सी रकम हर साल उनको देनें होंगे तो क्या आप इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे ? 

उदाहरण के तौर पर मशीन हर साल 20 लाख रूपये प्रिंट कर सकती है और इसके ख़राब होने की स्थिति में संस्था आपको हर साल 20 लाख रुपये देगी लेकिन इसके बदले वो हर साल आपसे सिर्फ 20,000 रुपये लेगी तो क्या आप इस समझौते या योजना पर अपनी सहमती देंगे ?

अगर आप का जवाब हाँ है तो....इसका मतलब है आप इंश्योरेंस की जरुरत अच्छी तरह से समझते हैं  

लेकिन क्या आपने अपने लिए पर्याप्त इंश्योरेंस कवर लिया है ???

 इस कहानी में रुपये प्रिंट करने वाली मशीन की जगह अपने आप को रखिये ..आप भी प्रतिमाह मासिक आय या आमदनी के रूप में असली नोट कमा रहे हैं, आप भी अपने परिवार, अपने बच्चों, अपने माँ बाप और अपनी पति या पत्नी के लिए आर्थिक सुरक्षा हैं. इन बातों पर आप जरुर सहमत होंगे.

लेकिन वास्तविकता यह है कि हमारे देश में पर्सनल फाइनेंस के बारे में लोगों में जागरूकता कम है इसलिए Life Insurance लोग टैक्स बचाने के लिए ही लेते हैं इसके क्या फायदे नुकसान है कितनी किसको जरूरत है इस बारे में लोग ना चिंता करते हैं, ना 
समझने की कोशिश करते हैं. जबकि लाइफ इन्श्योरेंस (जीवन बीमा) एक परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है. 

क्यूंकि लाइफ इन्श्योरेंस लोग टैक्स बचाने के लिए लेते हैं इसलिए ऐसे लोग  जिनको टैक्स नहीं देना पड़ता वो अक्सर अपना इन्श्योरेंस नहीं कराते अपने परिवार को भविष्य की अनिश्चितता से सुरछित नहीं रखते . अगर हम इन्ही लोगों से उनकी कार या स्कूटर  के इंश्योरेंस की बारे में पूछें तो ये पता चलेगा की बिना एक दिन गवाएं वो अपनी कार या स्कूटर का इंश्योरेंस कराते हैं. ऐसा शायद इसलिए नहीं है की कार या स्कूटर उनको अपनी  लाइफ से ज्यादा महत्वपूर्ण लगती  है बल्कि इसलिए की सरकार ने  मोटर इंश्योरेंस जरुरी कर रखा है, इसके बिना गाड़ी चलाने पर गाड़ी का चालान हो जायेगा और उसी पेनाल्टी के डर से लोग गाड़ियों का इन्श्योरेंस जरुर कराते हैं. 

अब अगर हम अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सरकार या किसी तीसरे आदमी के इन्तजार में बैठे हैं तो  आपका यह निर्णय  आपके परिवार को गंभीर आर्थिक समस्या में डाल सकता  है.

शायद ऐसा अपने समाज में इसलिए भी है की लोग इतने जागरूक नहीं हैं या लोगों को जागरूक किया नहीं गया है. जिन्होंने इंश्योरेंस ले भी रखा है उनमे से अधिकतम लोग  Sec 80C के अन्तरगत टैक्स छूट लेने मात्र के लिए ही लिया इसलिए उन लोगों ने भी इंश्योरेंस की Need Analysis नहीं  करवाई और साल में वो 50 हजार या 1 लाख का इंश्योरेंस प्रीमियम भरने के बावजूद भी उनको लाइफ कवर सिर्फ 5 लाख या 10 लाख का ही होता है.



क्यूँ लाइफ इंश्योरेंस जरुरी होता है ?

क्या आप को मालूम है आपका जीवन आपके परिवार के लिए कितना अमूल्य और आवश्यक है, आप अपनी बीवी, बच्चे, माँ, बाप के लिए क्या मूल्य रखते हैं ? नहीं.... शायद इसका वैल्यूएशन कोई कैलकुलेटर, कोई व्यक्ति नहीं कर सकता.. क्यूंकि आपका जीवन अनमोल है.

लेकिन एक पल के लिए सोचिये अगर आप अपने घर के कमाने वाले सदस्य (पुरुष या स्त्री) हैं और आप को कुछ हो जाये तो कौन देख भाल करेगा आप के बाद आप के परिवार की, वो जिम्मेदारियां जो आप की थीं वो कौन उठाएगा ? कोई नहीं .... ना आप के रिश्तेदार ना कोई मित्र, उस समय केवल काम आयेंगी.. आप की सेविंग्स, आपकी सम्पतियाँ और आप के पास अभी पर्याप्त सेविंग या संपत्ति नहीं है तो ??

एक मिनट के लिए आखें मूंद कर अगर सोचेंगे तो आपको अपने अगल बगल अनेकों उदाहरण मिल जायेंगे जहाँ पर परिवार के मुखिया या कमाने वाले व्यक्ति के साथ असमय हादसा होने से उस परिवार को कितनी आर्थिक मुश्किलें झेलनी पड़ी .

लाइफ इन्श्योरेंस हमारे परिवार के लिए छाते की तरह है जैसे छाता हमें अधिक धूप या बारिश से बचाता है वैसे ही लाइफ इन्श्योरेंस हमारे परिवार को  भविष्य की अनिश्चितता से सुरक्षा प्रदान करता है.

इसी लिए पर्सनल  फाइनेंस में सबसे पहली और मह्त्वपूर्ण चीज मानी जाती है वेल्थ प्रोटेक्शन और लाइफ इंश्योरेंस उसी का एक हिस्सा होता है. जैसे घर बनाते हुए नीव की जरुरत होती है वैसे ही हमारे पर्सनल फाइनेंस में लाइफ इंश्योरेंस की जरुरत होती है और ये हर कमाने वाले सदस्य के लिए जरुरी है, चाहें उसने अभी नौकरी अभी लगी हो या कमाई अभी स्टार्ट हुई हो या रिटायरमेंट होने में अभी कुछ समय हो.


इसलिए यदि आप अपने परिवार की केयर करते हैं तो आप को लाइफ इंश्योरेंस के बारे में जरुर सोचना चाहिए और इसको अगले महीने या साल के लिए टालना नहीं चाहिए.


कितना होना चाहिए इंश्योरेंस कवर ?

जैसा की मैंने पहले ही बताया की लोग टैक्स बचाने के लिए इंश्योरेंस करा लेते हैं लेकिन Need Analysis नहीं करवाने के कारण वो अंडर इन्स्योर्ड रहते हैं और यह चीज और भी खतरनाक हो सकती है कि एक तरफ आपने बहुत ज्यादा प्रीमियम चुकाया दूसरी तरफ जरुरत के समय आप के परिवार को जो मिला वो दाल रोटी चलाने के लिए भी काफी नहीं हुआ. इसलिए जरुरी है ये जानना की आपको कितने का इंश्योरेंस लेना चाहिए. 

साधारणतया आप को अपनी इनकम का 10-12 गुना इंश्योरेंस कवर लेना चाहिए. लेकिन अगर आप के ऊपर होम लोन, कार लोन भी चल रहा हो तो उस अमाउंट को भी जोड़ना चाहिए इंश्योरेंस लेते हुए. उदाहरण के तौर पर..अगर किसी की साल की कमी 10 लाख रुपये हैं और उसने होम लोन 30 लाख का और कार के लिए 5 लाख का लोन लिया है तो उसे कम से कम 1.35 करोड़ का इंश्योरेंस लेना चाहिए.

इतना इंश्योरेंस क्यूँ जरुरी है- ऊपर दिए हुए उदाहरण से ही समझते हैं अगर उस व्यक्ति ने 1.35 करोड़ का इंश्योरेंस लिया है तो क्लेम से मिलने वाले 1.35 करोड़ रुपये में से 35 लाख रुपये से लोन चुकाया जा सकेगा और बाकी बचे 1 करोड़ रुपये को अगर 8% ब्याज देने वाले फिक्स्ड इनकम एसेट में लगा दिया जाये तो उस से परिवार का मिलने वाले सालाना ब्याज  8 लाख रुपये से घर का खर्च चलाया जा सकेगा.

बढती हुई उम्र और इनकम  के साथ आप का  इंश्योरेंस कितना होना चाहिए - इनकम  रिप्लेसमेंट के अनुसार एक व्यक्ति को अपनी सालाना कमाई के अनुसार अलग-अलग उम्र के पड़ाव पर कम से कम कितने का इंश्योरेंस कवर रखना चाहिए, यह नीचे दिए गए टेबल में दिया गया है.

Age
Multiple of Annual Income as Life Insurance Need
20-30
15 times
31-40
14 times
41-45
12 times
46-50
10 times
51-55
8 times
56 above
6 times

लेकिन कितने इंश्योरेंस कवर की वाकई में आपके परिवार को आवश्यकता है वह इंश्योरेंस एडवाइजर से सलाह से ही निर्धारित हो सकता है.

ध्यान रखें कुछ बातें

इस बात का जरुर ध्यान रखें की इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट दो अलग - अलग  चीजें है इसलिए दोनों को मिला कर बनाये गए इंश्योरेंस प्लान (मनी बैक, पेंशन, चिल्ड्रेन प्लान, ULIP etc)  कभी ना खरीदें. Insurance के लिए सिर्फ टर्म प्लान लें. इंश्योरेंस पालिसी लेने से पहले उसके बारे में जानकारी जरुर हासिल करें, आपको अगर पूर्व कोई बीमारी रही हो या पालिसी लेते समय हो तो उसके बारे में जरुर बताएं, कोई भी स्वास्थ से सम्बंधित जानकारी ना छिपायें.

टर्म प्लान सस्ते होते हैं, वो केवल रिस्क कवर के लिए जाते हैं, इनमें कोई मेच्योरिटी बेनिफिट नहीं होती, जितनी जल्दी लेंगे उतने कम रेट से आपको प्रीमियम भविष्य में चुकाना होगा.

कितना सस्ता है 1 करोड़ रुपये का टर्म इंश्योरेंस

एक 25 वर्ष की उम्र वाले व्यक्ति को 1 करोड़ का टर्म इंश्योरेंस मात्र 7500-8000 रूपये में आसानी से मिल जाएगी और उसको अगले 35-40 वर्ष तक प्रति वर्ष सिर्फ यही राशि देनी होगी और इसके बदले उसके परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सुरक्षा पालिसी चलने तक रहेगी.

याद रखें इंश्योरेंस तभी लिया जाता है जब उसकी जरुरत नहीं हो, क्यूंकि जरुरत होने पर इंश्योरेंस पालिसी आप को नहीं मिलती, इसके लिए स्वास्थ्य होना जरुरी होता  है. 

आप डॉक्टर हैं, इंजीनियर हैं, नेता या अभिनेता हैं, सरकारी या प्राइवेट नौकरी में हैं, किसी पेशे या रोजगार से जुड़े हैं, जीवन बीमा आप के परिवार के लिए अति आवश्यक है.


इंश्योरेंस टैक्स बचाने के लिए नहीं अपने परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने के लिए लें.

अगर यह ब्लॉग पसंद आये तो अपने मित्रों और शुभ चिंतको को अवश्य फॉरवर्ड करें. धन्यवाद

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